श्री राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे
श्री राम राम रामेति, रमे रामे मनोरमे ।
सहस्रनाम तत्तुल्यं, श्री राम-नाम वरान
श्री राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे अर्थ —
पार्वती जी से भगवान शिव कहते हैं – श्रीराम नाम के मुख में विराजमान होने से राम, राम, राम इसी द्वादशाक्षर नाम का जाग्रत, स्वप्न, सुषुप्ति इन तीनों अवस्थाओं में जप करो। हे पार्वति! मैं भी इन्हीं मनोरम राम में रमता रहता हूँ। यह राम नाम विष्णु सहस्रनाम के तुल्य है। भगवान् राम के ”राम” नाम को विष्णुसहस्रनाम के तुल्य कहा गया है ।
–रामरक्षा स्तोत्र |